RRB Group-D Biology Previous Year Questions 121-150

BIOLOGY

(जीव विज्ञान)

“यहाँ RRB Group-D के लिए Biology के पिछले वर्षों के प्रश्नों (121-150) के साथ सही उत्तर और सरल स्पष्टीकरण दिए गए हैं। परीक्षा की तैयारी के लिए इसे स्टडी और रिवीजन में आसानी से इस्तेमाल करें।”

121. फ्लोएम ________ के अतिरिक्त निम्नलिखति में से अन्य सभी से मिलकर बना है।
(A) चालनी नलिकाएँ
(B) फ्लोएम वाहिका
(C) सहकोशिका
(D) फ्लोएम तंतु

Ans. (B) फ्लोएम वाहिका

Explain: फ्लोएम एक जटिल स्थायी ऊतक है जो पौधों में भोजन के परिवहन का कार्य करता है। इसके मुख्य घटक सीव ट्यूब, सहकोशिकाएँ, फ्लोएम तंतु और फ्लोएम पैरेनकाइमा होते हैं। फ्लोएम वाहिकाएँ जाइलम का भाग होती हैं, फ्लोएम का नहीं। इसलिए फ्लोएम वाहिका फ्लोएम ऊतक में शामिल नहीं होती। इसी कारण सही उत्तर फ्लोएम वाहिका है।

122. कौन सा स्थायी ऊतक पौधे को कठोर और मजबूत बनाता है ?
(A) कोलेनकाइमा
(B) स्क्लेरेनकाइमा
(C) पैरेनकाइमा ऐरेनकाइमा
(D) फ्लोएम तंतु

Ans. (B) स्क्लेरेनकाइमा

Explain: स्क्लेरेनकाइमा ऊतक पौधों को कठोरता और मजबूती प्रदान करता है। इसकी कोशिकाएँ मृत होती हैं और उनकी कोशिका भित्तियाँ लिग्निन से मोटी होती हैं। यह ऊतक तनों, बीजों और नारियल के रेशों में पाया जाता है। इसकी संरचना पौधे को यांत्रिक सहारा देती है। इसलिए सही उत्तर स्क्लेरेनकाइमा है।

123. निम्नलिखित में से कौन सा पौधों की बाह्य त्वचा का कार्य नहीं हैं ?
(A) पौधों को संरक्षित रखना
(B) रोमों की सहायता से वायु की स्थिर रोधन परत तैयार करना
(C) वाष्पोत्सर्जन को नियंत्रित करना
(D) प्रकाश संश्लेषण करना

Ans. (D) प्रकाश संश्लेषण करना

Explain: पौधों की बाह्य त्वचा को एपिडर्मिस कहते हैं। इसका मुख्य कार्य पौधे की रक्षा करना, वाष्पोत्सर्जन को नियंत्रित करना और रोमों द्वारा गैसों के आदान-प्रदान में सहायता करना है। एपिडर्मिस में सामान्यतः क्लोरोफिल नहीं होता। इसलिए यह प्रकाश संश्लेषण का कार्य नहीं करता। सही उत्तर प्रकाश संश्लेषण करना है।

124. स्थायी ऊतकों के निर्माण के लिए एक स्थायी संरचना, आकार और क्रिया अपनाने की प्रक्रिया को क्या कहा जाता है ?
(A) विभेदन
(B) एकीकरण
(C) विरचन
(D) खटीकरण

Ans. (A) विभेदन

Explain: विभेदन वह प्रक्रिया है जिसमें मेरिस्टेमेटिक कोशिकाएँ स्थायी आकार, संरचना और कार्य ग्रहण करती हैं। इसी प्रक्रिया के द्वारा स्थायी ऊतकों का निर्माण होता है। विभेदन के बाद कोशिकाएँ विभाजन की क्षमता खो देती हैं। यह प्रक्रिया पौधों की वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक है। इसलिए सही उत्तर विभेदन है।

125. ________ की कोशिकाएँ कोनों पर अनियमित रूप से मोटी होती हैं।
(A) स्थूलकोण ऊतक (कॉलेनकाइमा)
(B) मृदु ऊतक (पैरेनकाइमा)
(C) दृढ़ ऊतक (स्क्लेरेनकाइमा)
(D) वायूतक (एरेनकाइमा)

Ans. (A) स्थूलकोण ऊतक (कॉलेनकाइमा)

Explain: कोलेनकाइमा ऊतक की कोशिकाएँ कोनों पर अनियमित रूप से मोटी होती हैं। यह मोटाई सेलुलोज और पेक्टिन के जमाव से बनती है। यह ऊतक पौधों को सहारा और लचीलापन प्रदान करता है। यह सामान्यतः युवा तनों और पत्तियों में पाया जाता है। इसलिए सही उत्तर कोलेनकाइमा है।

126. पौधों में लचीलापन _________ ऊतक के कारण होता है ?
(A) जाइलम
(B) स्क्लेरेनकाइमा
(C) कोलेनकाइमा
(D) फ्लोएम

Ans. (C) कोलेनकाइमा

Explain: पौधों में लचीलापन कोलेनकाइमा ऊतक के कारण होता है। इसकी कोशिकाएँ जीवित होती हैं और कोनों पर मोटी होती हैं। यह मोटाई पौधे को झुकने पर टूटने से बचाती है। यह ऊतक बढ़ते भागों में पाया जाता है। इसलिए सही उत्तर कोलेनकाइमा है।

127. निम्नलिखित में से किन ऊत्तकों में कोशिकाएँ जीवित होती है, लंबी और कोनों पर अनियमित रूप से स्थूल होती हैं ?
(A) पैरेनकाइमा
(B) स्क्लेरेनकाइमा
(C) एरेनकाइमा
(D) कोलेनकाइमा

Ans. (D) कोलेनकाइमा

Explain: कोलेनकाइमा ऊतक की कोशिकाएँ जीवित, लंबी और कोनों पर असमान रूप से मोटी होती हैं। यह संरचना पौधे को सहारा देने के साथ-साथ लचीलापन भी प्रदान करती है। यह ऊतक युवा तनों और पत्तियों में पाया जाता है। इसकी कोशिकाएँ विभाजित नहीं होतीं। इसलिए सही उत्तर कोलेनकाइमा है।

128. कोलेनकाइमा ऊतक की कोशिकाएँ _________ से कोनों पर मोटी हो जाती है।
(A) पेक्टिन और काइटिन
(B) सुबेरिन और सैलूलोज
(C) सेलुलोज और पेक्टिन
(D) लिग्निन और कटिन

Ans. (C) सेलुलोज और पेक्टिन

Explain: कोलेनकाइमा ऊतक की कोशिकाओं की दीवारें कोनों पर सेलुलोज और पेक्टिन से मोटी होती हैं। लिग्निन इसमें नहीं पाया जाता। यही कारण है कि यह ऊतक कठोर नहीं बल्कि लचीला होता है। यह पौधे के बढ़ते भागों को सहारा देता है। इसलिए सही उत्तर सेलुलोज और पेक्टिन है।

129. _________ ऊतक में, कोशिकाएँ जीवित, लंबी और कोनों पर अनियमित रूप से मोटी होती हैं –
(A) स्क्लेरेनकाइमा
(B) एरेनकाइमा
(C) कोलेनकाइमा
(D) पैरेनकाइमा

Ans. (C) कोलेनकाइमा

Explain: कोलेनकाइमा ऊतक में कोशिकाएँ जीवित, लंबी और कोनों पर अनियमित रूप से मोटी होती हैं। यह मोटाई पौधे को यांत्रिक सहारा देती है। यह ऊतक बढ़ते हुए तनों और पत्तियों में पाया जाता है। इसकी मुख्य विशेषता लचीलापन है। इसलिए सही उत्तर कोलेनकाइमा है।

130. सीव ट्यूब और सह कोशिकाएँ मुख्य रूप से _________ के संचरण के लिए उत्तरदायी होती हैं।
(A) पत्ते में पानी
(B) मानव शरीर में भोजन
(C) पौधों में भोजन
(D) पौधों में सूर्य के प्रकाश

Ans. (C) पौधों में भोजन

Explain: सीव ट्यूब और सहकोशिकाएँ फ्लोएम ऊतक के मुख्य घटक हैं। इनका मुख्य कार्य पौधों में बने भोजन का परिवहन करना है। यह भोजन पत्तियों से पौधे के अन्य भागों तक पहुँचाया जाता है। इस प्रक्रिया को ट्रांसलोकेशन कहते हैं। इसलिए सही उत्तर पौधों में भोजन है।

131. _________ के जमाव के कारण दृढ ऊतक की कोशिका भित्तियाँ मोटी होती हैं।
(A) लिग्निन
(B) क्यूटिकल (उपचर्म)
(C) पेक्टिन
(D) सुबेरिन

Ans. (A) लिग्निन

Explain: दृढ़ ऊतक को स्क्लेरेनकाइमा कहा जाता है। इसकी कोशिकाएँ मृत होती हैं और उनकी कोशिका भित्तियाँ लिग्निन के जमाव से बहुत मोटी हो जाती हैं। लिग्निन कोशिकाओं को कठोर और मजबूत बनाता है। यह ऊतक पौधों को यांत्रिक सहारा प्रदान करता है। इसलिए लिग्निन के कारण कोशिका भित्तियाँ मोटी होती हैं।

132. _________ के कारण स्क्लेरेनकाइमा कोशिकाओं की दीवार मोटी होती हैं।
(A) पेक्टिन
(B) लिग्निन
(C) हेमी-सेलूलोज
(D) सेलूलोज

Ans. (B) लिग्निन

Explain: स्क्लेरेनकाइमा ऊतक की कोशिकाओं की दीवारें लिग्निन युक्त होती हैं। लिग्निन का जमाव कोशिकाओं को कठोर और दृढ़ बनाता है। यही कारण है कि यह ऊतक पौधे को मजबूती देता है। यह सामान्यतः बीज, तना और रेशों में पाया जाता है। इसलिए सही उत्तर लिग्निन है।

133. निम्न में से कौन सा विकल्प तने और जड़ों के शीर्ष पर पाया जाता है ?
(A) शीर्ष विभज्योतक
(B) पैरेन्काइमा
(C) स्क्लेरेनकाइमा
(D) पार्श्‍व विभज्योतक

Ans. (A) शीर्ष विभज्योतक

Explain: शीर्ष विभज्योतक तने और जड़ों के शीर्ष भाग में पाया जाता है। यह कोशिकाओं के तीव्र विभाजन द्वारा पौधे की लंबाई बढ़ाने में सहायता करता है। इसे अपिकल मेरिस्टेम भी कहते हैं। यह प्राथमिक वृद्धि के लिए उत्तरदायी होता है। इसलिए सही उत्तर शीर्ष विभज्योतक है।

134. निम्न में से कौन सा सरल स्थायी ऊतक नहीं है ?
(A) जीवितक
(B) जाइलम
(C) कोलेनकाइमा
(D) स्क्लेरेनकाइमा

Ans. (B) जाइलम

Explain: सरल स्थायी ऊतक समान प्रकार की कोशिकाओं से बने होते हैं। पैरेनकाइमा, कोलेनकाइमा और स्क्लेरेनकाइमा सरल स्थायी ऊतक हैं। जाइलम विभिन्न प्रकार की कोशिकाओं से मिलकर बना होता है। इसलिए जाइलम सरल स्थायी ऊतक नहीं है।

135. ________ एक जटिल स्थायी ऊतक है।
(A) फ्लोएम
(B) पैरेनकाइमा
(C) स्क्लेरेनकाइमा
(D) कॉलेनकाइमा

Ans. (A) फ्लोएम

Explain: फ्लोएम एक जटिल स्थायी ऊतक है। इसमें सीव ट्यूब, सहकोशिकाएँ, फ्लोएम तंतु और फ्लोएम पैरेनकाइमा शामिल होते हैं। इसका मुख्य कार्य पौधों में भोजन का परिवहन करना है। विभिन्न प्रकार की कोशिकाओं की उपस्थिति इसे जटिल बनाती है। इसलिए सही उत्तर फ्लोएम है।

136. निम्नलिखित में से कौन सा एक सरल स्थायी ऊतक नहीं है ?
(A) कॉलेनकाइमा
(B) शीर्षस्थ विभज्योतक
(C) जाइलम
(D) कैम्बियम

Ans. (C) जाइलम

Explain: सरल स्थायी ऊतक में केवल एक प्रकार की कोशिकाएँ होती हैं। जाइलम में ट्रैकिड, वाहिकाएँ, जाइलम तंतु और जाइलम पैरेनकाइमा पाए जाते हैं। इसलिए यह जटिल स्थायी ऊतक है। इसी कारण जाइलम सरल स्थायी ऊतक नहीं है।

137. ________ सामान्य स्थायी ऊतक नहीं है।
(A) दृढ़ ऊतक (स्क्लेरेनकाइमा)
(B) मृदूतक (पैरेनकाइमा)
(C) स्थूलकोण ऊतक (कोलेनकाइमा)
(D) जाइलम

Ans. (D) जाइलम

Explain: सामान्य स्थायी ऊतक में पैरेनकाइमा, कोलेनकाइमा और स्क्लेरेनकाइमा शामिल होते हैं। ये सभी एक ही प्रकार की कोशिकाओं से बने होते हैं। जाइलम कई प्रकार की कोशिकाओं से मिलकर बना होता है। इसलिए जाइलम सामान्य स्थायी ऊतक नहीं है।

138. निम्नलिखित में से कौन-सा एक सरल स्थायी ऊतक नहीं है ?
(A) जाइलम
(B) पैरेनकाइमा
(C) स्क्लेरेनकाइमा
(D) कॉलेनकाइमा

Ans. (A) जाइलम

Explain: सरल स्थायी ऊतक समान संरचना वाली कोशिकाओं से बने होते हैं। पैरेनकाइमा, कोलेनकाइमा और स्क्लेरेनकाइमा इसी श्रेणी में आते हैं। जाइलम विभिन्न कोशिकाओं का समूह है। इसलिए जाइलम सरल स्थायी ऊतक नहीं है।

139. निम्नलिखित में से कौन सा ऊतक मुख्य रूप से मृत कोशिकाओं से बना है ?
(A) जाइलम
(B) पैरेनकाइमा
(C) कोलेनकाइमा
(D) एरेनकाइमा

Ans. (A) जाइलम

Explain: जाइलम ऊतक मुख्य रूप से मृत कोशिकाओं से बना होता है। इसकी कोशिकाएँ जल और खनिजों के परिवहन में सहायता करती हैं। लिग्निन युक्त मोटी दीवारें इन्हें कठोर बनाती हैं। केवल जाइलम पैरेनकाइमा जीवित होता है। इसलिए सही उत्तर जाइलम है।

140. पौधों में उस ऊतक का नाम क्या है, जो जड़ों से पौधों के अन्य हिस्सों में पानी और खनिज पहुंचाता है ?
(A) कैम्बियम
(B) जाइलम
(C) मेरिस्टेमैटिक ऊतक
(D) फ्लोएम

Ans. (B) जाइलम

Explain: जाइलम ऊतक जड़ों से पौधे के अन्य भागों तक पानी और खनिजों का परिवहन करता है। यह परिवहन एक दिशा में होता है। जाइलम की संरचना इस कार्य के लिए उपयुक्त होती है। यह पौधों के लिए अत्यंत आवश्यक ऊतक है। इसलिए सही उत्तर जाइलम है।

141. पौधे में कौन-सा ऊतक पानी का संवहन करता है ?
(A) क्लोरोफिल
(B) जाइलम
(C) फ्लोएम
(D) रंध्र

Ans. (B) जाइलम

Explain: जाइलम पौधों का संवहन ऊतक है जो जड़ों से पानी और खनिजों को ऊपर की ओर पहुँचाता है। यह परिवहन तना, पत्तियों और अन्य भागों तक होता है। जाइलम की कोशिकाएँ मोटी और लिग्निन युक्त होती हैं। यह प्रक्रिया पौधे के जीवन के लिए आवश्यक है। इसलिए पानी का संवहन जाइलम करता है।

142. इनमें से कौन-सी कोशिकाएँ जड़ों से पौधों के अन्य भागों तक जल का परिचालन करती हैं ?
(A) फ्लोएम
(B) वाहिका
(C) चालनी नलिका
(D) जाइलम

Ans. (D) जाइलम

Explain: जड़ों से पौधे के अन्य भागों तक जल का परिवहन जाइलम ऊतक द्वारा किया जाता है। जाइलम में वाहिकाएँ और ट्रैकिड पाए जाते हैं जो जल के प्रवाह में सहायक होते हैं। यह परिवहन एक दिशा में होता है। इसलिए जल परिचालन के लिए जाइलम उत्तरदायी है।

143. निम्नलिखित में से कौन पौधों में जल के वहन से संबंधित है ?
(A) वल्कल
(B) जाइलम
(C) वाह्य त्वचा
(D) कैम्बियम

Ans. (B) जाइलम

Explain: पौधों में जल के वहन का कार्य जाइलम ऊतक करता है। यह जड़ों द्वारा अवशोषित जल और खनिजों को पूरे पौधे में पहुँचाता है। जाइलम की संरचना इस कार्य के लिए विशेष रूप से अनुकूल होती है। इसलिए जल वहन से संबंधित ऊतक जाइलम है।

144. निम्नलिखित में से कौन से ऊतक का अंतरकोशिकीय क्षेत्र बड़ा होता है ?
(A) पैरेनकाइमा
(B) कोलेनकाइमा
(C) स्क्लेरेनकाइमा
(D) जाइलम

Ans. (A) पैरेनकाइमा

Explain: पैरेनकाइमा ऊतक की कोशिकाओं के बीच अंतरकोशिकीय स्थान अधिक होता है। यह स्थान गैसों के आदान-प्रदान और जल संचयन में सहायक होता है। यह ऊतक जीवित कोशिकाओं से बना होता है। इसलिए सबसे बड़ा अंतरकोशिकीय क्षेत्र पैरेनकाइमा में पाया जाता है।

145. पौधों के तनों में छल्लों के रूप में पायी जाने वाली आकृति, जो उनकी वृद्धि में सहायक होती है, में निम्न में से कौन से ऊतक पाए जाते हैं ?
(A) लैटरल मेरिस्मेटिक ऊतक
(B) कैम्बियम
(C) एपिकल मेरिस्मेटिक ऊतक
(D) वर्टिकल मेरिस्मेटिक ऊतक

Ans. (A) लैटरल मेरिस्मेटिक ऊतक

Explain: लैटरल मेरिस्मेटिक ऊतक तने और जड़ों में छल्लों के रूप में पाया जाता है। यह पौधे की मोटाई बढ़ाने में सहायक होता है। इसे द्वितीयक वृद्धि से भी जोड़ा जाता है। इसलिए वृत्ताकार वृद्धि के लिए लैटरल मेरिस्मेटिक ऊतक उत्तरदायी है।

146. निम्नलिखित में से कौन सा ऊतक जड़ों से खाद्य पदार्थों का परिसंचरण करता है ?
(A) ग्राउंड टिश्यू
(B) जाइलम
(C) फ्लोएम
(D) कैम्बियम

Ans. (C) फ्लोएम

Explain: फ्लोएम ऊतक पौधों में बने भोजन का परिवहन करता है। यह भोजन पत्तियों से जड़ों और अन्य भागों तक पहुँचाया जाता है। इस प्रक्रिया को ट्रांसलोकेशन कहते हैं। इसलिए खाद्य पदार्थों के परिसंचरण के लिए फ्लोएम जिम्मेदार है।

147. _________ ऊतक की कोशिकाएँ अलग-अलग प्रकार के स्थायी ऊतक बनाने के लिए पृथक होती है।
(A) स्थूलकोण ऊतक
(B) मृदूतक
(C) विभज्योतक
(D) दृढ़ ऊतक

Ans. (C) विभज्योतक

Explain: विभज्योतक ऊतक की कोशिकाएँ निरंतर विभाजन की क्षमता रखती हैं। ये कोशिकाएँ विभेदन के द्वारा विभिन्न स्थायी ऊतकों का निर्माण करती हैं। यह पौधे की वृद्धि का आधार होता है। इसलिए सही उत्तर विभज्योतक ऊतक है।

148. स्थायी ऊतक _________ के अंतर्गत वर्गीकृत किये जाते हैं –
(A) स्क्लेरेनकाइमा
(B) पैरेनकाइमा
(C) कोलेनकाइमा
(D) मेरिस्मेटिक (विभज्योतक)

Ans. (D) मेरिस्मेटिक (विभज्योतक)

Explain: स्थायी ऊतक मेरिस्मेटिक ऊतक से उत्पन्न होते हैं। विभेदन की प्रक्रिया के बाद कोशिकाएँ स्थायी रूप धारण कर लेती हैं। इसके बाद वे विभाजन की क्षमता खो देती हैं। इसलिए स्थायी ऊतक मेरिस्मेटिक ऊतक के अंतर्गत वर्गीकृत किए जाते हैं।

149. मेरिस्मेटिक ऊतक एक विशेष भूमिका निभाते है और अपनी विभाजित करने की क्षमता को त्याग देते हैं और तब ________ बनाते है।
(A) स्थाई ऊतक
(B) सहयोगी तंतु
(C) छलनी नली कोशिका
(D) RBC

Ans. (A) स्थाई ऊतक

Explain: मेरिस्मेटिक ऊतक की कोशिकाएँ विशेष कार्य ग्रहण करने के बाद विभाजन बंद कर देती हैं। इसके पश्चात वे स्थायी ऊतक में परिवर्तित हो जाती हैं। यही प्रक्रिया विभेदन कहलाती है। इसलिए मेरिस्मेटिक ऊतक स्थायी ऊतक बनाते हैं।

150. _________ ऊतक एकमात्र पादप ऊतक है जो कोशिका विभाजन द्वारा नई कोशिकाओं का उत्पादन करता है।
(A) मृदूतक या पैरेनकाइमा
(B) स्थूलकोण ऊतक या कोलेनकाइमा
(C) विभज्योतक या मेरिस्मेटिक
(D) जाइलम

Ans. (C) विभज्योतक या मेरिस्मेटिक

Explain: विभज्योतक या मेरिस्मेटिक ऊतक ही ऐसा पादप ऊतक है जिसमें कोशिकाएँ लगातार विभाजित होती रहती हैं। यह नई कोशिकाओं का निर्माण करता है। यह पौधों की वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक है। इसलिए नई कोशिकाओं का उत्पादन मेरिस्मेटिक ऊतक करता है।

 

RRB Group-D Biology Previous Year Questions 90-120

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