ANCIENT HISTORY
(प्राचीन इतिहास)
RRB NTPC Study Guide – Introduction
यह गाइड RRB NTPC परीक्षा की तैयारी के लिए तैयार किया गया है। इसमें इतिहास, धर्म, और सम्राटों से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर सरल, स्पष्ट और याद रखने योग्य रूप में दिए गए हैं। त्वरित रिवीजन और अभ्यास के लिए यह गाइड बेहद उपयोगी है।
61. स्तूप क्यों बनाए गए थे ?
(a) पवित्र स्मृतिचिह्न रखने के लिए
(b) धार्मिक सभाएं करने के लिए
(c) बुद्ध की पूजा करने के लिए
(d) बौद्ध ग्रंथ रखने के लिए
Ans. (a) पवित्र स्मृतिचिह्न रखने के
[RRB NTPC, 09 Feb 2021 (Shift-2) Stage 1st]
Explain :- स्तूपों का निर्माण मुख्यतः बुद्ध से जुड़े पवित्र अवशेषों को सुरक्षित रखने के लिए किया गया था। इनमें हड्डियाँ, दाँत, या अन्य धातुएँ जैसी स्मृतियाँ रखी जाती थीं। स्तूप श्रद्धा का केंद्र होते थे जहाँ अनुयायी पूजा और ध्यान करते थे। इनकी संरचना आध्यात्मिक महत्व को दर्शाती है। स्तूप बौद्ध धर्म के प्रसार और स्मृति संरक्षण का प्रमुख माध्यम रहे।
62. बौद्ध तीर्थस्थान ‘दाँत का मंदिर’ यहाँ स्थित है –
(a) मलेशिया
(b) श्रीलंका
(c) नेपाल
(d) चीन
Ans. (b) श्रीलंका
[RRB NTPC, 19 Jan 2017 (Shift-2) Stage 1st]
Explain :- दाँत का मंदिर भगवान बुद्ध के पवित्र दाँत का संरक्षण स्थल है। यह श्रीलंका के कंडी शहर में स्थित है। मंदिर बौद्ध अनुयायियों के लिए अत्यंत पवित्र माना जाता है। यह स्थान धार्मिक उत्सवों और परंपराओं का प्रमुख केंद्र है। मंदिर की संरचना और महत्व बौद्ध विरासत को दर्शाते हैं।
63. बोरोबुडुर बौद्ध मंदिर कहाँ स्थित है ?
(a) नेपाल
(b) श्रीलंका
(c) इंडोनेशिया
(d) मलेशिया
Ans. (c) इंडोनेशिया
[RRB NTPC, 12 Apr 2016 (Shift-2) Stage 1st]
Explain :- बोरोबुडुर एक विशाल बौद्ध मंदिर है जो इंडोनेशिया में स्थित है। यह नौ स्तरों और अनेक स्तूपों से मिलकर बना है।
मंदिर की दीवारों पर बौद्ध कथाओं की सुंदर नक्काशी बनी है। यह स्थल बौद्ध कला और स्थापत्य का उत्कृष्ट उदाहरण है। बाहरी संरचना इसकी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गहराई को दर्शाती है।
64.जहाँ यह मानते हैं कि भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था उस स्मारक का नाम बताएँ और जिसे ‘सीट ऑफ द होली बुद्ध’ (seat of the holy Buddha) भी कहा जाता है ?
(a) धमेख स्तूप, सारनाथ
(b) सांची स्तूप, सांची
(c) शिन्गारदार स्तूप, स्वात घाटी
(d) दो-दुल चोर्तेन, गंगटोक
Ans. (a) धमेख स्तूप, सारनाथ
[RRB NTPC, 29 Apr 2016 (Shift-2) Stage 1st]
Explain :- बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश सारनाथ में दिया था। धमेख स्तूप इसी उपदेश की स्मृति में निर्मित है। यह स्थान ‘धर्मचक्र प्रवर्तन’ का प्रतीक माना जाता है। स्तूप बौद्ध धर्म के प्रारंभिक इतिहास से सीधा संबंध रखता है। यह बौद्ध शिक्षाओं के प्रसार का महत्वपूर्ण केंद्र रहा।
65.निम्नलिखित में से कौन सा एक बुद्ध की शिक्षाओ का संग्रह है ?
(a) आगम
(b) ब्राह्मण
(c) पुराण
(d) त्रिपिटक
Ans. (d) त्रिपिटक
[RRB NTPC, 03 Apr 2016 (Shift-3) Stage 1st]
Explain :- त्रिपिटक बौद्ध धर्म का मुख्य ग्रंथ है जिसमें बुद्ध की प्रमुख शिक्षाएँ शामिल हैं। यह तीन भागों—विनय, सुत्त और अभिधम्म—में विभाजित है। ग्रंथ में अनुशासन, प्रवचन और विचारों का विस्तृत विवरण है। बौद्ध सिद्धांतों को समझने के लिए यह आधारभूत माना जाता है। त्रिपिटक ने बौद्ध परंपरा को व्यवस्थित स्वरूप दिया।
66.भारत का एक धर्म- जोरोआस्ट्रियन (Zoroastrian) मुख्य रूप से किस राज्य में पाया जाता है ?
(a) महाराष्ट्र
(b) हरियाणा
(c) बिहार
(d) केरल
Ans. (a) महाराष्ट्र
[RRB NTPC, 11 Apr 2016 (Shift-3) Stage 1st]
Explain :- जोरोआस्ट्रियन धर्म का पालन करने वाले पारसी समुदाय की अधिकतर आबादी महाराष्ट्र में रहती है। यहाँ उनके प्रमुख धार्मिक केंद्र और आगियारी स्थित हैं। समुदाय आग और प्रकाश को पवित्र मानता है। राज्य में उनकी सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराएँ सुनियोजित रूप से संरक्षित हैं। महाराष्ट्र पारसी समुदाय की प्रमुख गतिविधियों का केंद्र रहा है।
67.नीचे शब्दों के चार युग्म दिये गए हैं जिनमें से तीन किसी तरीके से एक समान है और एक युग्म भिन्न है। कौन सा युगम शेष से भिन्न है ?
(a) अवेस्ता : पारसी
(b) तोरा : यहुदी
(c) त्रिपिटक : बौद्ध
(d) मंदिर : हिंदू
Ans. (a) अवेस्ता : पारसी
Explain :- अन्य विकल्पों में धर्म और उसका पूजा-स्थल या प्रमुख प्रतीक जुड़े हैं। जैसे मंदिर हिंदू धर्म से और त्रिपिटक बौद्ध धर्म से संबंधित है। जबकि ‘अवेस्ता’ किसी पूजा-स्थल का नाम नहीं बल्कि धर्मग्रंथ है। इसलिए इसका रूप बाकी युग्मों से अलग है। अर्थात यह सूची में भिन्न तत्व दर्शाता है।
68. ‘जेंद अवेस्ता’ (Zend Avesta) _______ के साथ जुड़ा हुआ है।
(a) पारसी धर्म
(b) सिख धर्म
(c) बौद्ध धर्म
(d) जैन धर्म
Ans. (a) पारसी धर्म
[RRB NTPC, 19 Apr 2016 (Shift-3) Stage 1st]
Explain :- जेंद अवेस्ता पारसी धर्म का प्रमुख ग्रंथ है। इसमें धार्मिक नियम, प्रार्थनाएँ और आचार-व्यवहार का वर्णन है। यह ग्रंथ समुदाय की धार्मिक पहचान का मूल आधार माना जाता है। इसमें अच्छाई और बुराई की अवधारणाएँ स्पष्ट रूप से वर्णित हैं।
धर्म के प्रमुख सिद्धांत इसी ग्रंथ से निर्धारित होते हैं।
69. निम्नलिखित में से कौन-सा यहदी धर्म से संबंधित है ?
(a) धम्मपद
(b) तोरा
(c) गुरू ग्रंथ साहिब
(d) त्रिपिटक
Ans. (b) तोरा
[RRB NTPC, 17 Jan 2017 (Shift-1) Stage 1st]
Explain :- तोरा यहूदी धर्म की केंद्रीय और पवित्र पुस्तक है। इसमें धार्मिक नियम, जीवन-नीति और परंपराएँ शामिल हैं।
तोरा पाँच मुख्य ग्रंथों का समूह है। यह यहूदी धार्मिक जीवन का मार्गदर्शन करती है। धर्म की आधारभूत शिक्षाएँ इसी में संग्रहीत हैं।
70. 326 ई.पू. में भारत पर आक्रमण करने के लिए सिकंदर (Alexander) ने सबसे पहले निम्नलिखित में से किस नदी को पार किया था ?
(a) सिंधु
(b) झेलम
(c) चेनाब
(d) सतलुज
Ans. (a) सिंधु
[RRB NTPC, 30 Jan 2021 (Shift-2) Stage 1st]
Explain :- भारत में प्रवेश करते समय सिकंदर ने सबसे पहले सिंधु नदी पार की। यही नदी उसके अभियान का प्रारंभिक मार्ग बनी। इस पार करने के बाद उसकी सेना भारतीय क्षेत्र में पहुँची। यह घटना उसके भारतीय अभियान की मुख्य शुरुआत मानी जाती है। सिंधु नदी उस समय रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण थी।
71. ________ मध्य प्रदेश में भगवान बुद्ध के सम्मान में सम्राट अशोक द्वारा बनवाया गया बौद्ध स्मारक है।
(a) धामक स्तूप
(b) बविकोंडा स्तूप
(c) महाबोधि स्तूप
(d) सांची सतूप
Ans. (d) सांची सतूप
[RRB NTPC, 25 Jan 2021 (Shift-1) Stage 1st]
Explain :- सांची स्तूप मध्य प्रदेश में स्थित एक प्राचीन बौद्ध स्मारक है। इसे सम्राट अशोक ने बुद्ध के सम्मान में बनवाया था।स्तूप में मुख्य गुंबद, तोरण द्वार और वेदिकाएँ शामिल हैं। यह बौद्ध कला और स्थापत्य का प्रसिद्ध उदाहरण है। यह स्थल बौद्ध धर्म से जुड़े महत्वपूर्ण चिन्हों को दर्शाता है।
72. सांची के स्तुप का निर्माण किसने कराया था ?
(a) अशोक
(b) बिंदुसार
(c) चाणक्य
(d) चंद्रगुप्त
Ans. (a) अशोक
[RRB NTPC, 04 Jan 2021 (Shift-1) Stage 1st]
Explain :- सांची स्तूप का निर्माण मौर्य सम्राट अशोक ने कराया था। अशोक ने बुद्ध से जुड़े स्मारकों को विकसित किया। इस स्तूप में उनके धर्मप्रसार की नीति स्पष्ट दिखाई देती है। सांची की कलात्मकता मौर्यकालीन कला को दर्शाती है। यह अशोक के धार्मिक प्रयासों का प्रमुख प्रमाण है।
73. बौ्द्ध धर्म से संबंधित प्रख्यात भवन संरचना धमेख स्तूप (Dhamekh Stupa) का निर्माण मूलतः ________ वंश के शासनकाल के दौरान कराया गया था।
(a) नंद
(b) शुंग
(c) कण्व
(d) मौर्य
Ans. (d) मौर्य
[RRB NTPC, 11 Mar 2021 (Shift-2) Stage 1st]
Explain :- धमेख स्तूप का निर्माण मौर्य काल में किया गया था। यह सारनाथ में स्थित है, जहाँ बुद्ध ने प्रथम उपदेश दिया था।मौर्य शासन में बौद्ध स्थलों का संरक्षण बढ़ा। स्तूप की संरचना उस समय की कला शैली को दर्शाती है। यह स्थान बौद्ध इतिहास का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
74. बौद्ध संरचना, ‘धमेख स्तूप’ (‘Dhamekh Stupa”‘) कहाँ पर है ?
(a) सारनाथ
(b) सांची
(c) कोणार्क
(d) महाबलीपुरम
Ans. (a) सारनाथ
[RRB NTPC, 07 Apr 2016 (Shift-2) Stage 1st]
Explain :- धमेख स्तूप उत्तर प्रदेश के सारनाथ में स्थित है। यही वह स्थल है जहाँ बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया। यह स्तूप उपदेश स्थल की पहचान का मुख्य प्रतीक है। इसकी संरचना प्राचीन काल की नक्काशी और डिजाइन दिखाती है। सारनाथ बौद्ध धर्म के प्रमुख तीर्थों में गिना जाता है।
75. तृतीय बौद्ध परिषद (Buddhist Council) का आयोजन किसके द्वारा कराया गया था ?
(a) चंद्रगुप्त
(b) हर्षवर्धन
(c) अशोक
(d) कनिष्क
Ans. (c) अशोक
[RRB NTPC, 03 Feb 2021 (Shift-2) Stage 1st]
Explain :- तृतीय बौद्ध परिषद का आयोजन सम्राट अशोक ने कराया था। इस परिषद का उद्देश्य बौद्ध संघ में अनुशासन स्थापित करना था। पूरे धर्मग्रंथों को व्यवस्थित करने का कार्य भी किया गया। यह परिषद पाटलिपुत्र में आयोजित हुई थी। अशोक के प्रयासों से बौद्ध धर्म का विस्तार बढ़ा।
76. चंद्रगुप्त मौर्य , मौर्य वंश के संस्थापक थे। भारतीय इतिहास में उनके शासन के बारे में निम्नलिखित में से कौन सा कथन गलत है ?
(a) उन्होंने सिकंदर (अलेक्जेंडर) से मुलाकात की और उसकी सेना में शामिल हुए, ताकि मैसेडोनियन युद्ध कौशल को सीख सकें।
(b) बैरम खां उनका सबसे अच्छा सहयोगी, संरक्षक और मार्गदर्शक था।
(c) चंद्रगुप्त मौर्य को पहले अखिल भारतीय (लगभग) साम्राज्य की स्थापना का श्रेय दिया जाता है।
(d) साम्राज्य के पुरातात्विक साक्ष्य कई कस्बों और शहरों के अस्तित्व को दर्शाते हैं, जिसमें सबसे प्रमुख राजधानी पाटलिपुत्र है।
Ans. (b) बैरम खां उनका सबसे अच्छा सहयोगी, संरक्षक और मार्गदर्शक था।
[RRB NTPC, 24 July 2021 (Shift-1) Stage 1st]
Explain :- चंद्रगुप्त मौर्य के मार्गदर्शक चाणक्य (विष्णुगुप्त) थे। बैरम खां का काल मुगल शासन से संबंधित है, मौर्यों से नहीं।
चाणक्य ने चंद्रगुप्त को राजनीति और प्रशासन का मार्ग दिखाया। उनकी नीतियों से मौर्य साम्राज्य मजबूत हुआ। इसलिए बैरम खां वाला कथन गलत है।
77. अशोक, तर्कसिद्ध रूप से प्रारंभिक भारत के सबसे प्रसिद्ध शासक थे, जिसने कलिंग पर विजय प्राप्त की। वे ________ के पोते थे।
(a) समुद्रगुप्त
(b) चंद्रगुप्त मौर्य
(c) प्रभावती गुप्त
(d) चंद्रगुप्त द्वितीय
Ans. (b) चंद्रगुप्त मौर्य
[RRB NTPC, 13 Mar 2021 (Shift-1) Stage 1st]
Explain :- सम्राट अशोक, मौर्य साम्राज्य के संस्थापक चंद्रगुप्त मौर्य के पोते थे। अशोक के पिता बिंदुसार थे। मौर्य वंश में अशोक का शासन सबसे प्रभावी माना गया। कलिंग युद्ध के बाद उन्होंने धर्म नीति अपनाई। उनकी नीतियों ने साम्राज्य की दिशा बदल दी।
78. ऐतिहासिक ग्रांड ट्रंक रोड का निर्माण कई शासकों द्वारा कराया गया था। मौर्य वंश के शासन काल के दौरान इसे क्या कहा जाता था ?
(a) उत्तरापथ
(b) पूर्वी पथ
(c) बादशाही सड़क
(d) राजपथ
Ans. (a) उत्तरापथ
[RRB NTPC, 01 Mar 2021 (Shift-1) Stage 1st]
Explain :- मौर्य काल में ग्रांड ट्रंक रोड को ‘उत्तरापथ’ कहा जाता था। यह मार्ग व्यापार और प्रशासन का प्रमुख रास्ता था।
सड़क पूर्व से पश्चिम तक अनेक क्षेत्रों को जोड़ती थी। इस मार्ग से साम्राज्य में आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ीं। उत्तरापथ उस युग की विस्तृत सड़क व्यवस्था को दर्शाता है।
79. कलिंग युद्ध की हिंसा को देखकर प्रतिशोध लेने की सोच रखने वाले सम्राट अशोक का हृदय परिवर्तन हुआ और वे एक स्थिर-चित्त एवं शांतिप्रिय सम्राट और ________ के अनुयाययी बन गए।
(a) बौद्ध धर्म
(b) वेदान्त
(c) हिन्दू धर्म
(d) जैन धर्म
Ans. (a) बौद्ध धर्म
[RRB NTPC, 31 July 2021 (Shift-2) Stage 1st]
Explain :- कलिंग युद्ध की विनाशकारी घटनाओं ने अशोक को प्रभावित किया। युद्ध के बाद उन्होंने बौद्ध धर्म को अपनाया।
उन्होंने अहिंसा और करुणा को शासन की नीति बनाया। बौद्ध धर्म के प्रसार में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी यह परिवर्तनशील यात्रा इतिहास में महत्वपूर्ण मानी जाती है।
80. चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु कौन थे ?
(a) स्कंदगुप्त
(b) विष्णु गुप्त
(c) विष्णु शर्मा
(d) कल्हण
Ans. (b) विष्णु गुप्त
[RRB NTPC, 02 Feb 2021 (Shift-1) Stage 1st]
Explain :- विष्णुगुप्त, जिन्हें चाणक्य के नाम से भी जाना जाता है, चंद्रगुप्त के गुरु थे। उन्होंने उन्हें राजनीति, युद्धकला और प्रशासन की शिक्षा दी। चाणक्य ने मौर्य साम्राज्य की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी रचित ‘अर्थशास्त्र’ शासन का मूल स्रोत माना जाता है। चंद्रगुप्त की सफलता में चाणक्य का बड़ा योगदान था।
81. उदयन ने मगध की राजधानी को किस शहर से हटाकर पाटलिपुत्र में स्थानांतरित किया गया ?
(a) तक्षशिला
(b) कौशांबी
(c) सारनाथ
(d) राजगीर
Ans. (d) राजगीर
[RRB NTPC, 19 Jan 2021 (Shift-2) Stage 1st]
Explain :- मगध की प्रारंभिक राजधानी राजगीर थी। उदयन ने इसे बदलकर पाटलिपुत्र को नया प्रशासनिक केंद्र बनाया।
पाटलिपुत्र प्राकृतिक सुरक्षा, नदियों की निकटता और व्यापारिक लाभ के कारण अधिक उपयुक्त माना गया। राजधानी परिवर्तन से शासन व्यवस्था अधिक सुदृढ़ हुई। यही कारण है कि बाद में यह बड़े साम्राज्यों का प्रमुख नगर बन गया।
82. निम्नलिखित में से कौन-सी पुस्तक मेगस्थनीज ने लिखी है ?
(a) हर्षचरित
(b) मालविकाग्निमित्रम्
(c) इंडिका
(d) याज्ञवल्क्य स्मृति
Ans. (c) इंडिका
[RRB NTPC, 18 Jan 2021 (Shift-2) Stage 1st]
Explain :- ‘इंडिका’ मेगस्थनीज द्वारा लिखी गई कृति है। इसमें मौर्यकालीन समाज, प्रशासन और नगर व्यवस्था का विस्तृत विवरण मिलता है। मेगस्थनीज ने चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में दूत के रूप में भारत का अनुभव लिखा। पुस्तक भारतीय जीवन का प्रत्यक्ष विदेशी वर्णन प्रदान करती है। यह प्राचीन भारत को समझने का महत्त्वपूर्ण स्रोत मानी जाती है।
83. अशोक के प्राचीनतम प्राप्त अभिलेख निम्न में से किस लिपि में लिखे गए हैं।
(a) खरोष्ठी
(b) हड़प्पाई
(c) ब्राह्मी
(d) देवनागरी
Ans. (c) ब्राह्मी
[RRB NTPC, 07 Jan 2021 (Shift-2) Stage 1st]
Explain :- अशोक के प्रमुख शिलालेख ब्राह्मी लिपि में उत्कीर्ण हैं। यह लिपि उस समय उत्तर भारत की प्रमुख लिखावट थी।
अभिलेखों में धर्म, नीति और शासन संबंधी संदेश अंकित हैं। ब्राह्मी लिपि भारतीय लेखन परंपरा की आधारशिला मानी जाती है।
इसी लिपि से कई आधुनिक भारतीय लिपियों का विकास हुआ।
84. इनमें से किसने मौर्य प्रशासन में अध्यक्षों को विभिन्न विभागों के अधीक्षकों के रूप में उल्लिखित किया था ?
(a) कौटिल्य
(b) प्लिनी
(c) मेगस्थनीज
(d) स्ट्रैबो
Ans. (a) कौटिल्य
[RRB NTPC, 01 Apr 2021 (Shift-1) Stage 1st]
Explain :- कौटिल्य ने ‘अर्थशास्त्र’ में मौर्य प्रशासन की संरचना स्पष्ट की है। उन्होंने प्रत्येक विभाग के कार्य और उसके प्रमुख अधिकारी का विवरण दिया। अधीक्षक विभिन्न कार्यों की निगरानी और व्यवस्था संभालते थे। कौटिल्य के वर्णन से उस समय की शासन व्यवस्था का स्पष्ट चित्र मिलता है। अर्थशास्त्र प्रशासनिक संगठन का महत्त्वपूर्ण ग्रंथ है।
85. अशोक के किस शिलालेख में कलिंग युद्ध में अशोक की विजय का उल्लेख किया गया है ?
(a) तेरहवें
(b) चौथे
(c) पहले
(d) दसवें
Ans. (a) तेरहवें
[RRB NTPC, 05 Apr 2021 (Shift-1) Stage 1st]
Explain :- तेरहवें शिलालेख में कलिंग युद्ध का विस्तृत वर्णन मिलता है। इसमें युद्ध से हुए जनहानि का उल्लेख किया गया है।
यही घटनाएँ अशोक के भीतर गहरे परिवर्तन का कारण बनीं। शिलालेख में अहिंसा और करुणा के प्रति उनका दृष्टिकोण दिखता है। यह अभिलेख उनके जीवन की निर्णायक घटना को प्रमाणित करता है।
86. सम्राट अशोक किसके उत्तराधिकारी थे ?
(a) चंद्रगुप्त मौर्य
(b) बिन्दुसार
(c) सुशीम
(d) दशरथ
Ans. (b) बिन्दुसार
[RRB NTPC, 28 Mar 2016 (Shift-1) Stage 1st]
Explain :- अशोक, मौर्य सम्राट बिन्दुसार के पुत्र थे। बिन्दुसार के निधन के बाद अशोक ने राजसिंहासन संभाला। उनके शासन में साम्राज्य का संगठन और विस्तार मजबूत हुआ। अशोक ने युद्ध की नीति से हटकर धर्म और नीति पर जोर दिया।उनका शासन मौर्य इतिहास में विशिष्ट स्थान रखता है।
87. अशोक महान, ________ से संबंधित थे।
(a) गुप्त वंश
(b) चोल वंश
(c) मौर्य वंश
(d) शुंग वंश
Ans. (c) मौर्य वंश
[RRB NTPC, 17 Feb 2021 (Shift-2) Stage 1st]
Explain :- अशोक मौर्य वंश के प्रमुख शासक थे। उन्होंने राज्य व्यवस्था में नैतिक आचरण और दया को महत्व दिया। उनकी नीतियों ने मौर्य शासन को नई दिशा दी। कलिंग युद्ध के बाद उनका दृष्टिकोण और अधिक मानवतावादी हो गया। मौर्य वंश के विकास में उनका योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है।
88. महान सम्राट अशोक किस वंश के थे ?
(a) मौर्य वंश
(b) मुगल वंश
(c) गुप्त वेश
(d) चोल वंश
Ans. (a) मौर्य वंश
[RRB NTPC, 02 Apr 2016 (Shift-1) Stage 1st]
Explain :- अशोक मौर्य वंश से ही संबंधित थे। यह वंश प्राचीन भारत का शक्तिशाली साम्राज्य स्थापित करने के लिए जाना जाता है। अशोक के शासन में प्रशासन और सामाजिक नीतियों में सुधार हुए। उन्होंने धार्मिक सहिष्णुता और नैतिकता पर जोर दिया। मौर्य वंश का गौरव बढ़ाने में उनकी भूमिका निर्णायक रही।
89. चाणक्य का एक अन्य नाम क्या था ?
(a) देववर्मन
(b) विष्णुगुप्त
(c) राम गुप्त
(d) बृजेश्वर
Ans. (b) विष्णुगुप्त
[RRB NTPC, 28 Mar 2016 (Shift-3) Stage 1st]
Explain :- चाणक्य को विष्णुगुप्त नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने राजनीति, अर्थव्यवस्था और प्रशासन पर व्यापक विचार प्रस्तुत किए। विष्णुगुप्त ने चंद्रगुप्त मौर्य को मार्गदर्शन देकर साम्राज्य स्थापित कराया। उनकी रचना ‘अर्थशास्त्र’ प्राचीन शासन प्रणाली का महत्वपूर्ण ग्रंथ है। उनकी रणनीतियाँ मौर्य उदय की मुख्य आधार बनीं।
90. किस राजा की कहानी, मुद्राराक्षस (Mudrarakshasa) नाटक का विषय है ?
(a) जयचन्द
(b) चन्द्रगुप्त II
(c) चन्द्रपीड़
(d) चन्द्रगुप्त मौर्य
Ans. (d) चन्द्रगुप्त मौर्य
[RRB NTPC, 12 Apr 2016 (Shift-3) Stage 1st]
Explain :- ‘मुद्राराक्षस’ नाटक चंद्रगुप्त मौर्य के उदय और उनके शासन की घटनाओं पर आधारित है। इसमें चाणक्य की नीतियों और राजनीतिक योजनाओं का चित्रण मिलता है। नाटक में मगध की सत्ता परिवर्तन की प्रक्रिया दर्शाई गई है। राक्षस नामक पात्र इसमें राजकीय रणनीतियों का एक प्रमुख हिस्सा है। कथा मौर्य साम्राज्य के निर्माण का साहित्यिक रूप प्रस्तुत करती है।
